भारतीय इतिहास में 5 August का महत्व

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5 August
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भारतीय इतिहास में 5 अगस्त एक महत्वपूर्ण तिथि है जो देश के इतिहास में एक बड़ा परिवर्तन लायी थी। आज जानिए 5 अगस्त की महत्वता और इस दिन के ऐतिहासिक घटनाओं के बारे में।

5 August 2021 – धारा 370 की समाप्ति

5 August, देश में धारा 370 को समाप्त कर जम्मू और कश्मीर को पूरी तरह से भारत का हिस्सा बनाया गया था। यह एक ऐतिहासिक कदम था जो देश के अखंडता और एकता को मजबूती से संकेत करता है।

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5 August 2020 – अयोध्या में ‘भूमि पूजन’

5 August 2020 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में ‘भूमि पूजन’ अथवा भूमि पूजन समारोह में शामिल होकर विवादित भूमि पर राम मंदिर के निर्माण के शिलान्यास का आयोजन किया।

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5 August 1950 – मुख्यमंत्री गोपीनाथ बर्दोलोई का निधन

5 August 1950 में आज के दिन भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और असम के प्रथम मुख्यमंत्री गोपीनाथ बर्दोलोई का निधन हुआ था।

5 August 1991 – लीला सेठ दिल्ली उच्च न्यायालय में पहली महिला न्यायाधीश बनी थीं

5 August 1991 में आज के दिन न्याय मूर्ति लीला सेठ दिल्ली उच्च न्यायालय में पहली महिला न्यायाधीश बनी थीं, वह भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ वकील के रूप में नामित होने वाली पहली महिला वकील भी थीं।

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5 August 2014 – प्राण कुमार शर्मा का निधन

प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट जिन्होंने चाचा चौधरी कार्टून चरित्र बनाया था, प्राण कुमार शर्मा का निधन हुआ था।

प्राण कुमार शर्मा भारतीय कार्टूनिस्ट थे जिन्होंने अपने कार्टून चरित्रों के माध्यम से लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाई। उनके द्वारा बनाए गए “चाचा चौधरी” और “सबू” जैसे कार्टून करेक्टर्स देशभर में प्रसिद्ध हुए। उनका अभिनय और खासीयत उन्हें कार्टून दुनिया में एक अलग पहचान देते थे। उनके निधन से भारतीय कार्टूनिस्ट समुदाय को एक बड़ी क्षति हुई है। उनके कार्टून चरित्र और योगदान को याद करके हम सदैव उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।

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5 August 2018 – मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन किया गया

उत्तर प्रदेश के मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन किया गया था।

उत्तर प्रदेश के मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन किया गया था। यह बदलाव 2018 में किया गया था जब भारतीय रेलवे ने उत्तर प्रदेश के श्रेष्ठ राजनेता और दार्शनिक दीनदयाल उपाध्याय को सम्मानित करने के उद्देश्य से इस स्टेशन का नामकरण किया। उपाध्याय जी ने अपने जीवनभर देश के समृद्धि और विकास के लिए काम किया और उन्हें देशवासियों के बीच “जननायक” के रूप में जाना जाता है। इसलिए उन्हें याद करते हुए इस स्टेशन का नामकरण किया गया जो उनके समर्थन और योगदान को सम्मानित करता है। दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण स्टेशनों में से एक है और यह उत्तर प्रदेश के मुख्य स्थानों के लिए एक महत्वपूर्ण रेलवे जंक्शन है।

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