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Bharat Ka Rashtriya Khel हॉकी है। हॉकी एक ऐसा खेल है जिसमें दो टीमें एक-दूसरे के विरुद्ध मैदान पर एक लकड़ी की छड़ी (Hocky stick) और एक गोलाकार पेंडा (Ball) का प्रयोग करती हैं। हॉकी में प्रत्येक टीम के 11 खिलाड़ी होते हैं, जिनमें से एक गोलकीपर होता है। हॉकी का मुख्य उद्देश्य प्रतिद्वंद्वी के गोल में पेंडा (Ball) को पहुंचाना है।
हॉकी का इतिहास
हॉकी का इतिहास काफी पुराना है। कुछ स्रोतों के अनुसार, हॉकी का आरंभ 4000 साल पहले मिस्र में हुआ था, जहां प्राचीन मिस्रियों ने इसे “हुक” (huk) के नाम से जाना। कुछ स्रोतों के मुताबिक, हॉकी का पहला संगठित स्वरूप 18 वीं सदी में स्कॉटलैंड में पाया गया, जहां “स्कॉटिश हॉकी” (Scottish Hockey) के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
भारत में हॉकी की लोकप्रियता
भारत में हॉकी की लोकप्रियता का इतिहास ब्रिटिश सेना के रेजिमेंट्स से शुरू हुआ था, जो इस खेल को भारत में पेश किया था। इसके बाद भारतीय हॉकी टीम ने 8 स्वर्ण पदक, 1 रजत पदक और 2 कांस्य पदक जीते, और हॉकी को राष्ट्रीय खेल का माना गया। हालांकि, क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता, हॉकी के प्रबंधन में समस्याएं, संसाधनों की कमी, प्रतिभा का प्रवाहन, मीडिया के सहयोग का अभाव, आदि के कारण हॉकी की लोकप्रियता में निरंतर ह्रास हुआ।
भारत में हॉकी के प्रमुख खिलाड़ी
भारत में हॉकी के कई प्रमुख खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया है। कुछ ऐसे ही खिलाड़ी हैं:
मेजर ध्यानचंद:
उन्हें ‘हॉकी के जादूगर’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 1928, 1932 और 1936 में भारत को ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाए।
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मनप्रीत सिंह::
वह भारत के हॉकी के मौजूदा कप्तान हैं। उन्होंने 2014 में एशिया के जूनियर प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब हासिल किया।
रुप सिंह:
वह मेजर ध्यानचंद के साथ ही हॉकी के महानतम गोलकीपरों में से एक माने जाते हैं।
इसके अलावा, रंगनाथन, रघुबीर सिंह, रणधीर सिंह, रमनदीप सिंह, राजपाल सिंह, रिचर्ड एलन, etc. प्रमुख हॉकी खिलाड़ी हैं।
भारत में हॉकी के भविष्य की आशा
भारत में हॉकी के भविष्य की आशा अभी भी जिंदा है। हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है और भारत ने इसमें कई बार विश्व स्तर पर सफलता हासिल की है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में हॉकी में भारत का प्रदर्शन कमजोर रहा है, लेकिन भारतीय हॉकी संघ और सरकार ने हॉकी को पुनर्जीवित करने के लिए कई प्रयास किए हैं। भारत में हॉकी के प्रति लोगों का प्यार और समर्थन अब भी मजबूत है, जो हॉकी के खिलाड़ियों को प्रेरित करता है।