4 August भारतीय इतिहास में 4 अगस्त एक दिन है जो विभिन्न घटनाओं के लिए यादगार रहा है। इस दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं जो भारतीय समाज और राष्ट्रीयता के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। यहां हम कुछ ऐसी महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में चर्चा करेंगे जो इस दिन हुईं।
4 August 1967 -विश्व के सबसे लंबे चिनाई बांध नागर्जुन सागर का निर्माण
नगर्जुन सागर बांध परियोजना भारत के तेलंगाना राज्य में स्थित एक प्रमुख नदी घाटी परियोजना है। इसका नामकरण बौद्ध विद्वान नगर्जुन जी के नाम पर किया गया है। इस बांध को बनाने की परिकल्पना 1903 में ब्रिटिश राज के समय की गई थी। आज ही के दिन, 4 अगस्त 1967 में विश्व के सबसे लंबे चिनाई बांध नगर्जुन सागर का निर्माण हुआ था। इस बांध से निर्मित नगर्जुन सागर झील दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है।
4 August 1929 -किशोर कुमार का जन्म
किशोर कुमार हिंदी फिल्मों के महान गायक, अभिनेता, निर्माता और स्क्रीनराइटर थे। वह भारत के सबसे प्रसिद्ध गायकों में से एक माने जाते थे। किशोर ने हिंदी भाषा के अलावा बंगाली, मराठी, कन्नड़, असमी, मलयालम, भोजपुरी, उड़िया और उर्दू भाषा में गाने गाए हैं। किशोर कुमार को सर्वश्रेष्ठ पर्श्वगायक के लिए कुल आठ बार फिल्म फेयर अवार्ड से नवाजा जा चुका है। किशोर कुमार का जन्म आज ही के दिन, 4 अगस्त 1929 को मध्य प्रदेश में हुआ था।
4 August 2011 – लोकपाल विधेयक संसद में पारित
४ अगस्त २०११ को संसद में लोकपाल विधेयक प्रस्तुत किया गया था। इस विधेयक में सरकार ने प्रधानमंत्री को उनके कार्यकाल के दौरान लोकपाल के दायरे से बाहर रखने का प्रावधान किया था। हालांकि, सभी भूतपूर्व प्रधानमंत्री इसके दायरे में शामिल थे। इस विधेयक के अनुसार, लोकपाल एक समिति होगी जिसके अध्यक्ष कोई वर्तमान या सेवानिवृत्त न्यायधीश होगा। इसमें आठ सदस्य होंगे, जिनमें से चार क़ानून के जानकार और अनुभवी व्यक्ति होंगे। इस विधेयक के अनुसार जांच की समय सीमा सात साल रखी गई थी।
4 August १९५६ – भारत में पहला न्यूक्लियर रिएक्टर शुरू
१९५६ में भारत में पहला न्यूक्लियर रिएक्टर शुरू किया गया था। यह भारत के साथ-साथ एशिया का भी पहला न्यूक्लियर रिएक्टर था। कहा जाता है कि रिएक्टर से निकलती हुई नीली किरणें प्रधानमंत्री नेहरू को बहुत पसंद आई थीं जिसके कारण उन्होंने रिएक्टर का नाम अप्सरा रख दिया था। अगले कई दशकों तक रिएक्टर का इस्तेमाल एटॉमिक एनर्जी से जुड़ी रिसर्च के लिए किया गया। फिर साल २००९ में रिएक्टर की क्षमता बढ़ाने और रखरखाव के लिए इसे बंद कर दिया गया था।
इस तरह, 4 अगस्त भारतीय इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटीं हैं जो देश के विकास और स्वतंत्रता के मार्ग में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। यह दिन भारतीयों के लिए गर्व और उत्साह का संदेश होता है और हमें इन घटनाओं से प्रेरित होना चाहिए जो हमारे देश के उद्दीपन और समृद्धि के पथ पर एक बेहद महत्वपूर्ण पूर्वकार्य हैं।